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Thursday, April 25, 2024

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कुकर ब्लास्ट का मामला: ED की ताबड़तोड़ छापेमारी कर्नाटक के मंगलुरु में, जांच मनी लॉन्ड्रिंग एंगल से हो रही

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पिछले साल शहर में हुए एक कुकर बम विस्फोट से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग की जांच के तहत कर्नाटक के मंगलुरु में कुछ स्थानों पर बुधवार को तलाशी ली। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी। संघीय जांच एजेंसी का मनी लॉन्ड्रिंग का मामला राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की प्राथमिकी पर आधारित है। कर्नाटक के गृहमंत्री ने बताया कि ईडी के अधिकारी उस क्षेत्र का भी दौरा कर रहे हैं जहां संदिग्ध आतंकवादियों शारिक, माज मुनीर और मतीन के तीर्थहल्ली (शिवमोग्गा)  के ठिकाने हैं। उनके घरों की तलाशी ली जा रही है। अधिकारी पड़ोसी के घरों में भी जा रहे हैं और जानकारी जुटा रहे हैं।

मनी लॉन्ड्रिंग के तहत हो रही जांच
ईडी के अधिकारियों ने मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) की आपराधिक धाराओं के तहत दर्ज मामले में दस्तावेज और सबूत इकट्ठा करने के लिए कुछ अन्य स्थानों के अलावा, मंगलुरु में एक इमारत में छापेमारी की, जहां एक कांग्रेस पार्टी का कार्यालय भी स्थित है।  सूत्रों ने कहा कि एजेंसी ने उस इमारत में एक कार्यालय की तलाशी ली और किसी भी राजनीतिक दल के परिसर में कोई छापेमारी नहीं की गई। उन्होंने कहा कि कुछ अन्य स्थानों पर भी तलाशी ली गई।

एनआईए ने पूर्व मंत्री किममाने रत्नाकर से की पूछताछ
आईएस साजिश मामले की जांच कर रही एनआईए के अधिकारियों ने बुधवार को शिवमोग्गा जिले के तीर्थहल्ली में किराए पर ली गई कांग्रेस कार्यालय की इमारत के संबंध में पूर्व मंत्री किम्मान रत्नाकर से पूछताछ की। तीर्थहल्ली के पूर्व विधायक रत्नाकर ने कहा कि अधिकारी कांग्रेस कार्यालय पहुंचे और उनसे पूछा कि पार्टी ने इमारत को उसके मालिक हाशिम से किराए पर कैसे लिया। उन्होंने बताया कि हमने 2015 में हाशिम को 10 लाख रुपये देकर इसे किराए पर लिया था और हमने दिसंबर 2022 तक 1,000 रुपये प्रति माह का भुगतान किया। 

आईएसआईएस साजिश मामले NIA ने दो को किया गिरफ्तार
एनआईए ने शिवमोग्गा आईएसआईएस साजिश मामले के संबंध में आज दो और आतंकी मजीन अब्दुल रहमान और नदीम अहमद केए को गिरफ्तार कर लिया है। इस मामले में चार अन्य आरोपितों को पूर्व में गिरफ्तार किया जा चुका है। मामले में आगे की जांच की जा रही है।

क्या है मामला?
पिछले साल 19 नवंबर को मंगलुरु के बाहरी इलाके में एक ऑटो रिक्शा में एक बम विस्फोट हुआ था और कथित तौर पर तिपहिया वाहन में विस्फोटकों को संभालने वाला व्यक्ति मोहम्मद शरीक इस मामले का मुख्य संदिग्ध है। विस्फोट में वह 40 प्रतिशत जल गया था, और पुलिस के अनुसार, शारिक और उसके साथी कथित तौर पर आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट से प्रेरित थे और टेलीग्राम मैसेजिंग एप्लिकेशन के माध्यम से इसके संपर्क में थे।

पुलिस ने यह भी कहा कि भारत के बाहर उनके आकाओं ने बम बनाने में उनका मार्गदर्शन करने के लिए एक दस्तावेज भेजा था। पुलिस ने कहा था कि दस्तावेजों का इस्तेमाल करते हुए उन्होंने एक बम बनाया और कर्नाटक में शिवमोग्गा जिले के पास तुंगा नदी के तट पर परीक्षण किया। राज्य पुलिस ने कहा था कि पूरे कर्नाटक में बड़े पैमाने पर तबाही मचाने की योजना थी

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