लखीमपुर खीरी कांड में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के पुत्र द्वारा किसानों को कुचलने और फिर उसके बाद हुई हिंसा का मामले से यूपी की राजनीति में भूचाल आया हुआ. इस मामले पर विपक्ष बेहद आक्रामक है वहीँ सत्ता पक्ष पर आरोपियों को बचाने के आरोप लग रहे हैं. चुनावी मौसम होने के कारण भाजपा के लिए यह बहुत संकट का समय है. यही वजह है कि पार्टी फोरम से भी इस मामले को संभालने की कोशिश हो रही है.
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दबाव के बाद आशीष मिश्रा की गिरफ़्तारी, और अब भाजपा प्रदेशाध्यक्ष का बयान इसी कोशिश का हिस्सा है. बीजेपी अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने पार्टी कार्यकर्ताओं के बहाने अपरोक्ष रूप से केंद्रीय गृह राज्य मंत्री को नसीहत देते हुए कहा कि नेतागीरी का मतलब किसी को लूटना नहीं होता है. स्वतंत्र देव सिंह ने यह बात अल्पसंख्यक मोर्चे की कार्यसमिति की मीटिंग में कही.
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यूपी बीजेपी चीफ ने कहा, ”नेतागीरी का मतलब फॉर्च्यूनर से किसी को कुचलने नहीं होता. आपके व्यवहार की वजह से ही आपको वोट मिलेगा. अगर जिस मोहल्ले में आप रहते हैं, वहां दस लोग आपकी तारीफ करते हैं तो मेरा सीना चौड़ा हो जाएगा. यह नहीं होता कि जिस मोहल्ले में रहते हैं, लोग आपकी शक्ल देखना पसंद नहीं करते .”
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बता दें कि लखीमपुर खीरी में पिछले रविवार को बीजेपी नेताओं, कार्यकर्ताओं और किसानों के बीच जबरदस्त हिंसा हुई थी. इसमें केंद्रीय मंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे आशीष मिश्र पर किसानों को गाड़ी से कुचलने का आरोप लगा था.