नेपाल के भूकंप प्रभावित जाजरकोट जिले में कड़ाके की ठंड के कारण अस्थायी तंबू में रह रहे दो महिलाओं समेत पांच बुजुर्गों की मौत हो गई। पुलिस ने रविवार को बताया कि तीन बुजुर्गों में एक पुरुष और दो महिलाएं शामिल हैं। उनकी शनिवार को मौत हो गई, जबकि दो अन्य की शुक्रवार को मौत हो गई।
पुलिस ने कहा कि सभी पांच बुजुर्गों ने अलग-अलग तंबुओं के नीचे शरण ली थी, क्योंकि इस महीने की शुरुआत में जिले में आए विनाशकारी भूकंप के कारण उनके घर रहने लायक नहीं रह गए थे। दरअसल, जाजरकोट में 3 नवंबर को 6.4 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसमें कम से कम 153 लोग मारे गए थे और हजारों लोग बेघर हो गए थे।
स्थानीय अधिकारियों के अनुसार, जजरकोट में 34,000 से अधिक परिवार अस्थायी तंबू के नीचे रह रहे हैं, क्योंकि भूकंप से उनके आवास पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं। कठोर परिस्थितियों के प्रति सबसे अधिक संवेदनशील लोगों में बच्चे, नई माताएं, पुरानी बीमारियों से ग्रस्त रोगी और बुजुर्ग आबादी शामिल हैं।