पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने शुक्रवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को चिट्ठी लिखकर कहा कि विधानसभा के स्पीकर की तरफ से तृणमूल कांग्रेस के दो नवनिर्वाचित विधायकों को शपथ दिलाना संविधान का उल्लंघन है। राजभवन के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। राज्यपाल ने राष्ट्रपति को चिट्ठी ऐसे समय में लिखी है, जब बंगाल विधानसभा के स्पीकर बिमान बनर्जी ने टीएमसी के दो विधायकों को शपथ दिलाई, जबकि राज्यपाल ने इसके लिए विधानसभा के उपाध्यक्ष को अधिकृत किया था।
राजभवन की तरफ से कहा गया, ‘‘राज्यपाल ने स्पीकर के संवैधानिक रूप से अनुचित कदम के बारे में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को पत्र लिखा है। राज्यपाल ने अपने पत्र में यह भी कहा है कि पश्चिम बंगाल के विधानसभा अध्यक्ष की तरफ से राज्य विधानसभा में दो विधायकों को शपथ दिलाना संविधान का उल्लंघन है।’’
राजभवन और विधानसभा के बीच करीब एक महीने तक चले गतिरोध के बाद, स्पीकर ने दो विधायकों रयात हुसैन सरकार और सायंतिका बनर्जी को विधानसभा के विशेष सत्र के दौरान शपथ दिलाई। हुसैन सरकार मुर्शिदाबाद जिले के भगवानगोला से विधायक हैं। वहीं, सायंतिका बनर्जी कोलकाता के उत्तरी बाहरी इलाके बरानगर से विधायक हैं।
क्या है विवाद?
गौरतलब है कि राज्यपाल ने हाल में हुए उपचुनाव में निर्वाचित दोनों विधायकों को राजभवन में शपथ लेने के लिए आमंत्रित किया था। हालांकि, दोनों विधायकों ने यह कहते हुए निमंत्रण ठुकरा दिया कि परंपरा के तहत उपचुनाव जीतने वाले उम्मीदवार के मामले में राज्यपाल शपथ दिलाने के लिए विधानसभा अध्यक्ष या उपाध्यक्ष को नियुक्त करते हैं।
इसके बाद पश्चिम बंगाल विधानसभा के अध्यक्ष बिमान बनर्जी ने 27 जून को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को पत्र लिखकर तृणमूल कांग्रेस के दो नवनिर्वाचित विधायकों के शपथग्रहण समारोह से संबंधित गतिरोध को हल करने के लिए हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया था।