अदाणी मुद्दे को लेकर मोदी सरकार एक बार फिर विपक्ष के निशाने पर आ गई है। विपक्षी दल लगातार भ्रष्टाचार मुद्दे पर केंद्र सरकार को घेर रहे हैं। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अदाणी मुद्दे पर मोदी सरकार को घेरा। इसको जवाब में भाजपा ने कहा कि एक मजबूत राष्ट्र के रूप में भारत की तरक्की कई लोगों की आंखों में चुभ रही है।
कांग्रेस ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि अदाणी समूह से जुड़ी शेल कंपनियों के माध्यम से भ्रष्टाचार हो रहा है और केवल संयुक्त संसदीय समिति की जांच ही सच्चाई को उजागर कर सकती है।
ओसीसीआरपी की रिपोर्ट में फर्जी तरीके से शेल कंपनियों के जरिए पैसे को एक स्थान से दूसरे स्थान पर घुमाते हुए अंत में अदाणी ग्रुप में लगाकर इसके शेयरों की कीमतों में नकली उछाल लगाने के आरोप लगाए गए हैं। रिपोर्ट के सामने आते ही अदाणी ग्रुप ने एक बयान जारी कर यह साफ कर दिया कि इसमें कुछ भी नया नहीं है।
भारत की तरक्की कई की आंखों की किरकिरी
विपक्ष के अदाणी मुद्दे पर केंद्र सरकार को घेरे जाने पर भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सैयद जफर इस्लाम ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि मैं इतना जरूर कहूंगा कि भारत जो एक नरम राष्ट्र हुआ करता था, आज एक मजबूत राष्ट्र के रूप में उभर रहा है और यह कई लोगों की आंखों की किरकिरी है। उन्होंने कहा कि ऐसे आरोपों से निपटने वाली एजेंसियां और संस्थाएं अपना काम करेंगी। मुझे नहीं लगता कि इस मुद्दे पर बिना जानकारी के कोई टिप्पणी की जानी चाहिए।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने अडानी समूह से जुड़ी शेल कंपनियों की भूमिका की उचित जांच में बाजार नियामक सेबी की भूमिका पर सवाल उठाया। आम आदमी पार्टी ने सुप्रीम कोर्ट से ओसीसीआरपी की जांच रिपोर्ट पर संज्ञान लेने का आग्रह किया है। आप नेता संजय सिंह ने आरोप लगाया कि सेबी और हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट में अदाणी समूह के खिलाफ आरोपों की जांच के लिए गठित एक विशेषज्ञ समिति ने शीर्ष अदालत को गुमराह किया है।
राहुल ने साधा पीएम मोदी पर निशाना
इसके साथ ही राहुल गांधी ने ‘गार्जियन’ और ‘द फाइनेंशियल टाइम्स’ में प्रकाशित इस रिपोर्ट के सहारे केंद्र सरकार को कटघरे में खड़ा करने की कोशिश की है। उन्होंने कहा कि यह भारत की प्रतिष्ठा की बात है। यह स्पष्ट होना चाहिए कि समाचार में लगाए गए आरोपों में कितनी सच्चाई है। रिपोर्ट में गौतम अदाणी के भाई विनोद अदाणी और उनके दो मित्रों के जरिए अदाणी ग्रुप के शेयरों की खरीद कर इसमें नकली उछाल पैदा करने के आरोप लगाए गए हैं।