कोरोना महामारी के कारण लगाए गए प्रतिबंधों के बाद थाईलैंड ने पर्यटन के लिए अपनी सीमाएं खोल दी हैं। जिसके चलते बैंकॉक हवाई अड्डे पर यात्रियों और पर्यटकों की संख्या में वृद्धि हुई है। इस बीच वहां यात्रियों की लंबी-लंबी कतारें लगी देखी जा रही हैं। जानकारी के मुताबिक, ये लाइन उन यात्रियों की हैं जो इमिग्रेशन क्लीयरेंस हासिल करना चाहते हैं। इसके अलावा इसमें तमाम वो यात्री भी हैं जो ऑन-अराइवल वीजा लेना चाहते हैं। इस बीच, भारत में थाईलैंड दूतावास ने भारतीयों को वाणिज्य दूतावास से वीजा प्राप्त करने की सलाह दी है, जिससे कि लंबी कतारों से बचा जा सके।
भारत में थाईलैंड की राजदूत पट्टरात होंगटोंग ने रविवार को भारतीयों को ये सलाह दी। उन्होंने कहा कि बैंकाक हवाईअड्डे पर लंबी कतारों से बचने के लिए वाणिज्यिक दूतावास से थाईलैंड का वीजा प्राप्त करना चाहिए। उनकी ये सलाह तब आई है जब, थाईलैंड पहुंचे कई यात्रियों ने सोशल मीडिया के जरिए कई थाई अधिकारियों से बैंकॉक हवाई अड्डे पर ऑन-अराइवल वीजा के लिए हवाई अड्डे पर लंबी कतारों को लेकर शिकायत की थी।
भारत में थाईलैंड की राजदूत पट्टरात होंगटोंग ने कहा कि मुझे लगता है कि यह थाईलैंड में ही नहीं, किसी भी हवाई अड्डे के लिए सही होगा। जब हम सीमाएं खोलते हैं, तो कोई भी आने वाले आगंतुकों या पर्यटकों की वास्तविक संख्या की उम्मीद नहीं कर सकता है। ऐसे में, हम भारतीयों को दूतावास से वीजा प्राप्त करने की सलाह देते हैं, जो चीजों के लिए मददगार हो सकता है। इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि थाईलैंड में अन्य देशों से आने वाले यात्रियों को बेहतर सुविधाएं देने और हवाईअड्डे पर समुचित व्यवस्थाओं को लेकर काम किया जा रहा है।
गौरतलब है कोरोना महामारी के कारण लगाए गए प्रतिबंधो को करीबन दो सालों बाद खत्म किए जाने के बाद से वहां जाने वाले पर्यटकों की संख्या में खासा इजाफा देखा जा रहा है। लोग वहां जाने के लिए उत्साहित हैं। थाई सरकार की रिपोर्ट के मुताबिक, कोविड के बाद इस साल जनवरी से 17 अगस्त तक थाईलैंड में 37.8 लाख पर्यटक आए। ये पर्यटक मुख्य रूप से मलेशिया, भारत और सिंगापुर से थे। गौरतलब है कि थाईलैंड की अर्थव्यवस्था पर्यटन पर बहुत अधिक निर्भर है।