असम में सरकारी फोटोग्राफर द्वारा प्रदर्शनकारी की लाश के साथ पुलिस की मौजूदगी बर्बरता की घटना पर असम और केंद्र की भाजपा सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि देश में जब नफ़रत का ज़हर फैलाया जा रहा है तो कैसा अमृत महोत्सव?
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कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने आज अपने ट्वीट में लिखा “जब देश में नफ़रत का ज़हर फैलाया जा रहा है तो कैसा अमृत महोत्सव? अगर सबके लिए नहीं है तो कैसी आज़ादी? राहुल ने इस ट्वीट के साथ हैशटैग नफरत का इस्तेमाल भी किया।
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बता दें कि असम में ज़मीन करवाने को लेकर अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के साथ पुलिस के संघर्ष में कई लोगों की जान चली गयी. इस घटना का वीडियो वायरल हुआ जिसमें दिख रहा है कि पुलिस की गोलीबारी के बीच एक प्रदर्शनकारी हाथ में लाठी लिए पुलिस की तरफ दौड़ता आ रहा है जिसपर पुलिस फायरिंग करती है, गोली उसके सीने में लगती है और वह ज़मीन पर गिर जाता है, उस हालत में पुलिस के जवान भीड़ की शक्ल में उसपर लाठियां लेकर टूट पड़ते हैं। इस दौरान पुलिस टीम के साथ मौजूद एक फोटोग्राफर इतना उत्तेजित हो जाता है कि वह मुर्दा पड़े उस प्रदर्शनकारी के शरीर पर उछलकूद करने लगता है और कई बार करता है.