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Saturday, May 4, 2024

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मंत्री नारायण राणे के बेटे ने मोदी सरकार में सक्रिय राजनीति को कहा अलविदा, बताई यह बड़ी वजह

मोदी सरकार में मंत्री नाराणय राणे के बेटे और महाराष्ट्र के दिग्गज नेता नीलेश राणे ने अपने राजनीतिक भविष्य को लेकर एक चौंकाने वाला एलान किया है। उन्होंने मंगलवार को अपने आधिकारिक एक्स एकाउंट से पोस्ट कर कहा कि उनका सक्रिय राजनीति में मन नहीं लग रहा है। इसलिए अब वो इससे सन्यास ले लेंगे।  

केंद्रीय मंत्री नारायण राणे के बेटे नीलेश ने सक्रिय राजनीति से अपने सन्यास का एलान अपने आधिकारिक एक्स एकाउंट पर पोस्ट करके किया। उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा कि मैं सक्रिय राजनीति से अलग हो रहा हूं। मेरा अब राजनीति में मन नहीं लग रहा है मुझे चुनाव लड़ने में कोई दिलचस्पी नहीं है। साथ ही उन्होंने अपने समर्थकों का आभार जताते हुए यह भी लिखा कि मैं आप सभी का बहुत आभारी हूं जिन्होंने पिछले 19/20 वर्षों में मुझे इतना प्यार दिया, जब कोई कारण नहीं था तब भी मेरे साथ बने रहे। मैं बहुत भाग्यशाली हूं कि मुझे भाजपा में इतना प्यार मिला और मुझे भाजपा जैसे महान संगठन में काम करने का अवसर मिला।

उन्होंने अपनी पोस्ट में यह भी लिखा कि मैंने राजनीति में बहुत कुछ सीखा। इस दौरान कुछ साथी हमेशा के लिए एक परिवार की तरह बन गए। मैं जीवन भर उनका ऋणी रहूंगा। मुझे अब चुनाव लड़ने आदि में कोई दिलचस्पी नहीं है। आलोचक मेरी आलोचना करेंगे, लेकिन मुझे अपना समय और दूसरों को बर्बाद करना पसंद नहीं है। अनजाने में कुछ लोगों को ठेस पहुँचाने के लिए मैं क्षमा चाहता हूँ।

 कौन हैं नीलेश राणे
बता दें कि महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और और वर्तमान में मोदी कैबिनेट में मंत्री नारायण राणे के बड़े बेटे नीलेश राणे है। उनके भाई नितेश राणे महाराष्ट्र विधानसभा में कंकवली सीट से विधायक हैं। भाजपा से पहले नीलेश राणे कांग्रेस में थे। कांग्रेस के चुनाव निशान पर साल 2009 में वे महाराष्ट्र के रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग से सांसद चुने गए थे। बाद में 2014 में भी उन्होंने सांसदी का चुनाव लड़ा लेकिन वे शिवसेना के उम्मीदवार विनायक राउत से हार गए। इस हार के बाद वे भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए।

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